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10/9/10
नया मोबाइल और तैयार लडक़ा
सेलफोन हो या शादी के लिए सूटेबल ब्वॉय, जिसको देखो वही उनके पे्रजेंटेशन में परेशान है. मौका मिला नहीं कि लोग शुरू हो जाते हैं फीचर्स गिनाने. उपभोक्तावाद ने एक नई तरह का समाजवाद ला दिया है. जिसे देखो वही बीटेक किए और क्वर्टी की-पैड वाले स्टाइलिश मोबाइल लेकर इतराता घूम रहा है. नामी इंटरनेशनल ब्रांड्स के जवाब में हैं चीनी और कोरियाई प्रॉडक्ट और चीन-कोरिया के जवाब में आ गए हैं लोकल ब्रांड्स पॉलिश मार के, हममें है दम नहीं किसी से कम, स्टाइल में. नकल ऐसी कि बड़े-बड़े पारखी धोखा खा जाएं. फीचर्स ऐसे कि बड़े बड़े इंटरनेशनल प्रॉडक्ट भी उन्नीस नजर आएं. और अगर गलती से आपने पूछ लिया कि भाई नया लिया है क्या? तो वो दाम से पहले उसके फीचर्स गिनाने लगता है. भला हो इन चीनियों और खेत-खलिहान में उग आए कालेजों का, जो हसरत पूरी करने का मौका सब को दे रहे हैं. आपके पास ब्लैकबेरी या नोकिया है तो उनके पास ब्लैकचेरी और योकिया है. देखने में बिल्कुल वैसा और फीचर्स उनसे कही ज्यादा. आपके बेटे ने आईआईटी कानपुर या बिट्स पिलानी से बीटेक किया है तो उनके बेटे ने दुर्जनपुर के इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग से बीटेक किया है. ये अलग बात है कि बीएससी के इंटरेंस टेस्ट में वो फेल हो गया था. एक तरफ मोबाइल दूसरी तरफ शादी योग्य सूटेबल ब्वॉय विद बीटेक. दोनों के फीचर्स कितने मिलते-जुलते हैं इसके लिए आपको ले चलते हैं एक पेज थ्री पार्टी में.
मिस्टर रिजवी आपे चमकते चाइनीज मोबाइल की खासियत अपने साथी को गिना रहे हैं तो बगल में मिसेज मेहता अपने इंजीनियर बेटेे को मिस्टर चोपड़ा से इंट्रोड्यूस करा रहीं हैं. मोबाइल और मैरिजेबल ब्वॉय के फीचर्स कितने मिलते-जुलते हैं देखिए जरा-
मोबाइल- डुअल सिम फैसेलिटी, सूटेबल ब्वॉय- बी टेक बिद एमबीए
मोबाइल- 8 जीबी एक्सपैंडेबल मेमेरी, सूटेबल ब्वॉय- सैलरी इन सिक्स फिगर, पक्र्स के अलावा
मोबाइल- मल्टीमीडिया, एफएम एंड फ्लैश, सूटेबल ब्वॉय- पीएचडी विद 3 गोल्ड मेडल्स
मोबाइल- स्लिम, स्क्रैच रेजिस्टेंट बॉडी, सूटेबल ब्वॉय- फेयर काम्प्लेक्शन, स्लिम एंड टॉल
मोबाइल- 48 घंटे का बैटरी बैकअप, सूटेबल ब्वॉय- शहर और गांव में पुश्तैनी जायदाद
मोबाइल- विद आंसरिंग मशीन एंड पॉलिफोनिक रिंग टोंस, सूटेबल ब्वॉय - सॉफ्ट स्पोकेन एंड कूल टेम्परामेंट
मोबाइल- फुल टचस्क्रीन एंड मैपिंग फेसिलिटी, सूटेबल ब्वॉय- वेरी सेंसिटव एंड केयरिंग
मोबाइल- एलसीडी स्क्रीन, डबल टू पिक्सेल कैमरा, सूटेबल ब्वॉय- ब्रॉड आउटलुक एंड कीन ऑब्जर्वर
मोबाइल- जीएसएम एंड सीडीएमए कम्पैटेबल, सूटेबल ब्वॉय- वर्किंग इन मल्टी नेशनल, पोस्टिंग छह महीने इंडिया में और छह महीने विदेश में.
और भी ढेर सारी सिमिलैरिटी दिखी दोनों में. पार्टी में तभी किसी ने अपने बिट्स पासआउट बेटे को इंट्रोड्यूस कराया तो दूसरे ने अपने ‘पिट्स’ (खेतों में खुले कालेज) पास लाडले को पेश कर दिया. यानी सबके पास बराबर का मौका.
ये तो रही पार्टी की बात, अब पब्लिक प्लेस पर नजर डालें. एक साहब बार-बार कॉस्टली फोन लहराकर भौकाल दिखा रहे थे तभी बगल में एक ‘डार्लिंग टाइप’ चुलबुल ने टप से अपना ‘चाइनीज बेबी’ कवर से निकाला, सटा सट दो-तीन स्नैप लिए. फिर वीडियो बनाने के पोज में मोबाइल कैमरे को पैन किया, एक दो बार फ्लैश चमकाया और ईयर फोन लगा कर ढिंचैक- ढिंचैक करता मुंडी और कमर मटकाता खिसक लिया. साहब मुंह खोले देखते रहे...माफ कीजिए मेरी एक कॉल आ रही है न्यूयार्क से. वैसे कोई अच्छी लडक़ी हो तो बताइगा, एक सूटेबल ब्वॉय है नजर में.
लेबल:
सूटेबल ब्वॉय
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इत्ती बड़ी भूमिका! सीधे कह देते अभिषेक ओझा के लिए दुल्हन ढूँढ़ रहे हैं।
ReplyDeletehahahaha dho dala mobile ko bhi or nit naye khulne wale institute ko bhi,,,,,,,,bahut khoob
ReplyDeleterajiv sir,
ReplyDeleteproblem ye hay ki marketing ke bina aaj kal kuchh hota bhi to nahi.baat mob se ladke tak me khatm nahi hoti,jiwan ke har area me alag dikhna dikhlana ham sabhi ki mazburi ho chuki hay..aur jayada fayda uthana ho to hum aur aap jayada gunon ki baat karne se nahi chukte..magar aaj kal logon me good bad me antar karne ka tarika paida ho gaya hay..log bhali bhati apne layak mob aur apne bachchiyon ke liye ladkon ke gunon ko pahchanne lage hayn.
ye alag baat hay ki jo dikhega wo bikega..magar ye sach nahi ki jo bikega wahi tikega.
tikega wahi jo andar se apna dam kham rakhta ho,baat phir mob se ladka tak simit nahi..baat bahut aage tak apply hoti hay.
umda post,umda lekhni
http://www.TvHind.com
ReplyDeleteहा हा, बहुत सही. मुंडी और कमर मटकइये तो थोड़ी देर में न्यूयोर्क से कॉल आ रही है :)
ReplyDeletewonderful.....
ReplyDeleteBadhiya hai Sir Jab Balckberry use karo aur koi pooch le "kya chinese hai?" ..........to poochiye mat sab kuch fuse ho jata hai.
ReplyDeleteSir comparison bahut badhiya hai. Poori research kar di apne.
अब तो अपना फोन देखकर अपने बारे में सोचने लगा हूँ।
ReplyDeleteमजेदार।
ReplyDeletewwah papa
ReplyDeleteपिछले दिनों आपकी पोस्ट कम हो गयीं हैं. पर अब आयी तो जैसे देर आयद दुरुस्त आयद. मजा आ गया.
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